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Monday, 20 February 2017

श्रीमद्भाग्दीता-तैरहवाँ अध्याय, Chapter-13

॥ श्री हरि:॥ 


 श्रीमद्भाग्दीता 


तैरहवाँ अध्याय 
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श्री भगवान बोले-हे अर्जुन ! यह शरीर 'क्षेत्र'१  इस नाम से कहा जाता है 
और इसको जो जानता है, 
उसको 'क्षेत्रज्ञ' इस नामसे उनके तत्वको जाननेवाले ज्ञानीजन कहते हैं॥१ ॥  













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