Adhyatm

Monday, 13 February 2017


॥ श्रीगीताजी -माहात्म्य॥ 

जो मनुष्य शुद्धचित्त होकर प्रेमपूर्वक इस पवित्र गीताशास्त्र का पाठ करता है , वह भय और शोक आदि से रहित होकर विष्णु धाम प्राप्त कर लेता है। (१)
जो मनुष्य सदा गीता के पाठ करनेवाला है तथा प्राणायाम करने में तत्पर  है , उसके इस जन्म और पूर्वजन्म  में किये हुए समस्त पाप नि:संदेह: नष्ट हो जाते है। (२) .. .. 




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