नमस्कार दोस्तों, इस बढती भाग दौड़ भरी जिंदगी में हमारे पास समय ही नहीं है , हम सभी हमारे शास्त्रो को भूलते जा रहे है ,
आज के इस युग में लोगो के पास अपने जीवन में ढेरों उलझने है और उन सभी उलझनों को सुलझाने की हम कई प्रकार की कोसीसे करते है और हम सवालो के भवर में फस जाते है। और जीवन से जुड़े सभी सवालो के जवाब खोजने लगते है।
नित्य मनुष्य अपने कर्मो से दुखी हो जाता है पर वह अपने दुखो को दूर करने का उपाय नहीं खोज पता है क्योंकी वह दुखों को दूर करने के लिए गलत रास्ता अपनाता है और वह ओर नए दुखो को आमंत्रित कर लेता है ।
वह अपने झुटे दिखावे को सुरक्षित रखने के लिए भगवान के के दर को नहीं अपनाता , उसे भगवन का नाम लेने में सर्म आती है ।
और लोग सदा दुखी रहते है ।
इसी लिए हमें व्यर्थ की बातो को छोड़ कर भगवान की सरण में जाना चाहिए ।
हमारे सभी प्रश्नों का एवं दुखों का निवारण करने के लिए भगवन ने हमें उनकी वाणी के रूप में महान ग्रन्थ दिया ।
"भगवत गीता"
यह वह ग्रन्थ है जिसमे हमारे सभी प्रश्नों के उत्तर है एवं हमारे सभी दुखों का निवारण है ।
मेरा इनता सामर्थ्य नहीं की में गीता के अध्यायों को सही लिख सकु , प्रभु से ये प्रार्थना करता हु की आपके लिए गीता केअध्यायों को इस नई तकनीक के माध्यम से आपके लिए प्रस्तुत कर सकु ।
मे आसा करता हु की आप सभी इसका लाभ लेंगे, और अपने अपने जीवन को दुखो से मुक्त कर ओरो की भी सहायता करेंगे ।
धन्यवाद
आपका
किशन निमेड़िया
आज के इस युग में लोगो के पास अपने जीवन में ढेरों उलझने है और उन सभी उलझनों को सुलझाने की हम कई प्रकार की कोसीसे करते है और हम सवालो के भवर में फस जाते है। और जीवन से जुड़े सभी सवालो के जवाब खोजने लगते है।
नित्य मनुष्य अपने कर्मो से दुखी हो जाता है पर वह अपने दुखो को दूर करने का उपाय नहीं खोज पता है क्योंकी वह दुखों को दूर करने के लिए गलत रास्ता अपनाता है और वह ओर नए दुखो को आमंत्रित कर लेता है ।
वह अपने झुटे दिखावे को सुरक्षित रखने के लिए भगवान के के दर को नहीं अपनाता , उसे भगवन का नाम लेने में सर्म आती है ।
और लोग सदा दुखी रहते है ।
इसी लिए हमें व्यर्थ की बातो को छोड़ कर भगवान की सरण में जाना चाहिए ।
हमारे सभी प्रश्नों का एवं दुखों का निवारण करने के लिए भगवन ने हमें उनकी वाणी के रूप में महान ग्रन्थ दिया ।
"भगवत गीता"
यह वह ग्रन्थ है जिसमे हमारे सभी प्रश्नों के उत्तर है एवं हमारे सभी दुखों का निवारण है ।
मेरा इनता सामर्थ्य नहीं की में गीता के अध्यायों को सही लिख सकु , प्रभु से ये प्रार्थना करता हु की आपके लिए गीता केअध्यायों को इस नई तकनीक के माध्यम से आपके लिए प्रस्तुत कर सकु ।
मे आसा करता हु की आप सभी इसका लाभ लेंगे, और अपने अपने जीवन को दुखो से मुक्त कर ओरो की भी सहायता करेंगे ।
धन्यवाद
आपका
किशन निमेड़िया
0 comments:
Post a Comment