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» श्रीमद्भाग्दीता - द्वितीय अध्याय, Chapter-2
॥ श्री हरि:॥
श्रीमद्भाग्दीता
द्वितीय अध्याय
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संजय बोले - उस प्रकार करुणा से व्याप्त और आँसुओंसे पूर्ण तथा व्याकुल नेत्रोंवाले शोकयुक्त उस अर्जुन के प्रति भगवान मधुसूदन ने यह वचन कहा । । १ ॥
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