Adhyatm

Tuesday, 14 February 2017

श्रीमद्भाग्दीता - द्वितीय अध्याय, Chapter-2

॥ श्री हरि:॥ 

श्रीमद्भाग्दीता 




द्वितीय अध्याय 

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संजय बोले - उस प्रकार करुणा से व्याप्त और आँसुओंसे पूर्ण तथा व्याकुल नेत्रोंवाले शोकयुक्त  उस अर्जुन के  प्रति  भगवान मधुसूदन ने यह  वचन कहा । । १ ॥ 
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