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Friday, 3 March 2017

Duraga Arti/ kali ma ki arti lyrics -दुर्गा माँ की आरती लिरिक्स/ काली माँ की आरती लिरिक्स






। श्री हरि:। 
दुर्गा  माँ की आरती /  काली माँ की आरती 
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ओ मैया  अम्बे तू है जगदम्बे  काली , जय दुर्गे खप्पर वाली 
तेरे गुण गाए भारती, ओ मैया हम सब उतारें आरती । 



तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी ।

दानव दल पर टूट पड़ो मां, करके सिंह सवारी ॥
सौ सौ सिंहो से है बलशाली, है दस भुजाओं वाली ।
दुखियों के दुख को निवारती ।। ओ मैया ……

मां बेटे का है इस जग में, बड़ा ही निर्मल नाता ।
पूत कपूत सुने हैं पर, ना माता सुनी कुमाता ॥
सब पे करूणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली ।
दुखियों के दुखड़े निवारती ।। ओ मैया ……

नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना ।
हम तो मांगे मां तेरे मन में एक छोटा सा कोना ॥
सब की बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली ।

सतियों के सत को संवारती ।। 
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