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Wednesday, 10 March 2021

कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो है भजन लिरिक्स

कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो है।

थाने कोल निभाणो है 



दरबार सावरिया, ऐसो सजो प्यारो, दयालु आप को

सेवा में सावरिया, सगला खड़ा डिगे, हुकम बस आप को 

सेवा में थारी म्हणे आज बिछ जाणों  है , थाने  कोल निभानु

कीर्तन की है रात...



कीर्तन की है तैयारी, कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यु देर करो 

वादों थारो दाता, कीर्तन में आने को घणी मत देर करो

भजनासु थाने म्हाने आज रिझाणों  है, थाने कोल निभणों है 

कीर्तन की है रात..



जो कुछ बनो म्हासु, अर्पण परभू सारो, प्रभु स्वीकार करो

नादान  सु गलती होती ही आई है, ब्रभु मत ध्यान धरो

नंदू सावरिया थारो दास पुरानो है, थारे कोल निभणों है 

कीर्तन की है रात...


श्याम थापे केसर छिड़का जी भजन लिरिक्स


श्याम थापे केसर छिड़का जी 

बाबा जी थापे केसर छिड़का जी 

बनड़ा सा लगो आज संवारा,

थाने निरखा जी 

श्याम थापे केसर छिड़का जी || 


काना कुण्डल सोहे थारे 

गल वैजन्ती हार,

नैन निगोड़ा, सेठ सँवारा 

थापे  पे अटक्या जी,

श्याम थापे केसर छिड़का जी || 


थाने बिठाकर लिलो चले ,

तिरछी तिरछी चाल,

उछल उछल कर नाचे म्हारे,

जोरका ठुमका जी,

श्याम थापे केसर छिड़का जी || 


बांकी अदा सुं थे इतरावो,

होटा पर मुस्कान,

रूप सलोनो  देख  श्यामथारो,

सेवक भटक्या जी,

श्याम थापे केसर छिड़का जी||


हर्ष भगत थारा लाड लड़ावे

छिड़के इतर फुहार,

सगला मिलकर आज करां,

फुला की बरखाजी,

श्याम थापे केसर छिड़काजी ||

बाबा जी थापे केसर छिड़का जी 

बनड़ा सा लगो आज संवारा,

थाने निरखा जी 

श्याम थापे केसर छिड़का जी || 


Monday, 8 March 2021

कभी रूठना ना मुझसे, तू श्याम सांवरे, मेरी ज़िन्दगी है अब, तेरे नाम सांवरे भजन लिरिक्स

कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।


मेरा सांवरे सवेरा,
तेरे नाम से
तेरे नाम से ही,
ज़िन्दगी की शाम सांवरे,
कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।


चिंतन हो सदा,
इस मन में तेरा,
चरणो में तेरे,
मेरा ध्यान रहे,
चाहे दुःख में रहूँ,
चाहे सुख में रहूं,
होंठो पे सदा,
तेरा नाम रहे,
तेरे नाम से ही,
मेरी पहचान है,
तेरी सेवा में ही,
मेरा कल्याण है,
मेरा रोम-रोम तेरा,
करज़ाई है,
तेरे कितने गिनाउ,
अहसान सांवरे,
कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।


दिल तुमसे लगाना सीखा है,
तुमसे ही सीखा याराना,
जीवन को सवारा है तुमने,
बदले में मैं दू क्या नज़राना,
मैंने दिल हारा,
ये भी तेरी प्रीत है.
मेरी हार में भी
श्याम मेरी जीत है.
बस दिल की यही है,
एक आरजू,
तुझे दिल का बना लू,
मेहमान सांवरे,
कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।


दुनिया के मैं,
अवगुण क्या देखू,
मेरे अवगुण कई,
हजार प्रभु,
तुम अवगुण मेरे,
सब ढक लोगे,
इतना है मुझे,
एतबार प्रभु,
मेरे अवगुणों से
नजरो को फेर लो,
अपनी बाहों में
प्रभु जी मुझे घेर लो,
ऐसी किरपा करो,
इस दास पे,
रहे पापो का ना,
कोई निशान सांवरे,
कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।


कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।
मेरा सांवरे सवेरा,
तेरे नाम से,
तेरे नाम से ही,
ज़िन्दगी की शाम सांवरे,
कभी रूठना ना मुझसे,
तू श्याम सांवरे,
मेरी ज़िन्दगी है अब,
तेरे नाम सांवरे।।

दीनानाथ मेरी बात, छानी कोणी तेरे से भजन लिरिक्स

दीनानाथ मेरी बात,
छानी कोणी तेरे से,
आँखड़ली चुराकर बाबा,
जासी कठे मेरे से।।


खाटू वाले श्याम तेरी,
शरण में आ गयो,
श्याम प्रभु रूप तेरो,
नैणां में समा गयो,
बिसरावे मत बाबा,
हार मानी तेरे से,
आँखड़ली चुराकर बाबा,
जासी कठे मेरे से।।


बालक हूँ मैं तेरो श्याम,
मुझको निभायले
दुखड़े को मारयो मन्त्रे,
कालजे लगायले,
पथ दिखलादे बाबा,
काढ़ दे अँधेरे से,
आँखड़ली चुराकर बाबा,
जासी कठे मेरे से।।


मुरली अधर पे,
कदम तले झूमे हैं,
भक्त खड़ा तेरे,
चरणां ने चूमे हैं,
खाली हाथ बोल कया,
जाऊ तेरे नेरे से,
आँखड़ली चुराकर बाबा,
जासी कठे मेरे से।।


दीनानाथ मेरी बात,
छानी कोणी तेरे से,
आँखड़ली चुराकर बाबा,
जासी कठे मेरे से।।

भरदे रे श्याम झोली भरदेभरदे, ना बहला ओ बातों में भजन लिरिक्स


भरदे रे श्याम झोली भरदे
भरदे, ना बहला ओ बातों में,
ना बहला ओ, बातों में।

तर्ज - रिमझिम के गीत सावन गाए।

नादान है अनजान हैं,
श्याम तू ही मेरा भगवान है,
तुझे चाहूं तुझे पाऊं,
मेरे दिल का यही अरमान है,
पढ़ ले रे श्याम दिल की पढ़ले,
सब लिखा है आंखों में,

भरदे रे श्याम झोली भरदे।।

दिन बीते बीती रातें,
अपनी कितनी हुई रे मुलाकातें,
तुझे जाना पहचाना,
तेरे झूठे हुए रे सारे वादे,
भूले रे श्याम तुम तो भूले,
क्या रखा है बातों में,

भर दे रे श्याम झोली भरदे।।

मेरी नैया ओ कन्हैया,
पार करदे तू बनके खिवैया,
मैं तो हारा, गम का मारा,
आजा आजा ओ बंशी के बजैया,
लेले रे श्याम अब तो लेले,
लेले, मेरा हाथ हाथों में,

भर दे रे श्याम झोली भरदे।।

मैं हूं तेरा तू है मेरा,
मैंने डाला तेरे दर पे डेरा,
मुझे आस है विश्वास है,
श्याम भर देगा दामन तु मेरा,
झूमें रे श्याम 'नन्दू' झूमें,
झूमें, तेरी बांहों में,

भर दे रे श्याम झोली भरदे।।

भरदे रे श्याम झोली भरदे
भरदे, ना बहला ओ बातों में,
ना बहला ओ, बातों में।

Saturday, 6 March 2021

घुनघरु छम छमा छम, छन न न न न न बाजे रे भजन लिरिक्स






घुनघरु छम छमा छम,

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||

मीरा नाचे रे,

 या मेड़तणी नाचे  रे,

घुनघरु छम छमा छम,

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||



सांप पिटारा राणो रे भेजिया,

दियो रे मीरा ने जाय,

खोल पिटारो देखयो तो,

बण गयो नौसर हार || 

घुनघरु छम छमा छम, 

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||



मीरा नाचे मेड़ते रे,

सखियाँ मंदिर माय,

मीरा बजावे घुँघरा रे,

सखियाँ बाजेवे ताल ||

घुनघरु छम छमा छम, 

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||



जहर रा प्याला राणो रेभेजिया,

देयो रे मीरा न जाय,

कर चरणामृत पिगई रे,

साय करे रघुनाथ || 

घुनघरु छम छमा छम, 

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||



घुनघरु छम छमा छम,

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||

मीरा नाचे रे,

 या मेड़तणी नाचे  रे,

घुनघरु छम छमा छम,

छन न न न न न बाजे रे,

हरी मंदिर रे माई,

 बाई मीरा नाचे रे||


Sunday, 26 March 2017

ना ये मानता हूँ ना वो मांगता हूँ



॥ श्री हरि:॥ 
ना ये मानता हूँ ना वो मांगता हूँ 
*
ना ये मानता हूँ ना वो मांगता हूँ 
गोबिंद मई तेरी ख़ुशी माँगता हूँ

जहाँ तुम रखोगे वाही मैं रहूँगा,
जहाँ नाथ रख लोगे वही मैं रहूँगा ।
आपने लिए आशिया मांगता हूँ ॥
ना ये मानता हूँ...

जो तुम कहोगे, करूँगा मैं दिलबर 
तेरी ख़ुशी में ख़ुशी चाहता हूँ ।
ना ये मानता हूँ...

ये दुनिया ना रीझे, ना रीझेगी कभी भी 
तुमसे ही आपन नाता चाहता हूँ ।
ना ये मानता हूँ...

मेरे हाथ टूटे हो मांगू मैं किसी से,
शहंशाह के दर से सदा मांगता हूँ ।
ना ये मानता हूँ...